बुधवार, 9 अगस्त 2017

देशी अंग्रेजों भारत छोड़ो




गुंडों द्वारा पुलिस से मिलीभगत कर माकपा कार्यालय गिराए जाने के मामले ने पकड़ा तूल

क्रांति दिवस पर किसान सभा ने किया जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन
योगी सरकार मे कानून व्यवस्था को ध्वस्त करने मे गोरखपुरी गैंग का पूरा हाथ - रणधीर सिंह सुमन 


बाराबंकी। योगी सरकार लोकतन्त्र मे ऐसी हरकते कर रही है। जो अग्रेजो के शासनकाल को भी पीछे छोड़ रही है। जिसका जीता जागता उदाहरण माकपा कार्यालय को लूटवाकर गिरवा दिया है। प्रदेश की कानून व्यवस्था को ध्वस्त करने मे इनके गोरखपुरी गैंग का पूरा हाथ है। यह विचार गांधी भवन मे किसान सभा द्वारा आयोजित क्रांन्त दिवस पर अंग्रेजो भारत छोड़ो’ के दिन किसानो की मांगो को पूरा करो वरना भारत छोड़ो आन्दोलन बैठक व गुण्डो द्वारा पुलिस से मिली-भगत कर माकपा कार्यालय गिराये जाने के विरोध में आयोजित सभा में किसान सभा के राज्य कौसिल सदस्य रणधीर सिंह सुमन ने कहा कि मोदी सरकार के आने के बाद देश के अन्दर तीन लाख किसानो ने आत्महत्या कर ली है। और लगभग चार लाख करोड़ लोगो का रोजगार छीन चुका है। नये रोजगार का सृजन नही हो रहा है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला सचिव बृज मोहन वर्मा ने कहा कि पहले विदेशी अंग्रेज किसान मजदूरो को तंग कर रहे थे। उससे कही ज्यादा यह देशी अंग्रेज तंग कर रहे है। उनके समय मे किसान जिन्दा था। इनके समय मे किसान आत्महत्या कर रहा है। किसानो से ही देश चल रहा है। इसलिए किसानो को जिन्दा रखने के लिए उनको प्रति माह दस हजार रुपये पेंशन दिया जाना आवश्यक है। पार्टी जिला सहसचिव डा0 कौसर हुसैन ने कहा कि योगी सरकार किसानो के कर्जे माफ करने के सवालो पर सत्ता पर आई थी। लेकिन अभी तक किसी भी किसानो का कर्जा माफ नही किया गया। सभा मे शिवदर्शन सिंह, डा0 विनोद यादव, प्रवीण कुमार, रामनरेश वर्मा, अमर सिंह प्रधान, सरदार भूपिन्दर पाल सिंह , प्रित्यूशकान्त शुक्ला आदि किसान नेताओ ने अपने विचार रखे। सभा के पश्चात लाल झण्ड़ा लिये किसानो ने देशी अंग्रेजो भारत छोड़ो, योगी मोदी गद्दी छोड़ो किसानो को पेंशन दो आदि नारो के साथ गांधी भवन से जुलूस निकाल कर जिलाधिकारी कार्यालय पर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। मुख्यमंत्री को सम्बोधित माकपा कार्यालय गिराये जाने का शिकायती प्रार्थना पत्र अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को दिया। जुलूस में रामेश्वर यादव, निर्मल वर्मा, राजेन्द्र सिंह राणा, गणेश सिंह अनूप, कर्मवीर सिंह, अवधेश यादव, अमर सिंह गुड्डु, सतीश कुमार, गिरीश चन्द्र, विजय प्रताप सिंह आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।

- भूपिंदर पाल सिंह 

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